1. पहचान - भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर और ISRO द्वारा चुने गए अंतरिक्ष यात्री।
1. मिशन - 2024 में Axiom Mission 4 के लिए चयनित (NASA के सहयोग से प्राइवेट स्पेसफ्लाइट)।
1. शिक्षा - IIT कानपुर से इंजीनियरिंग और भारतीय वायुसेना अकादमी से प्रशिक्षण।
1. उपलब्धियाँ - सुखोई लड़ाकू विमान के पायलट, 3000+ उड़ान घंटों का अनुभव।
1. नेट वर्थ - सरकारी सेवा और अंतरिक्ष कार्यक्रमों से जुड़े होने के कारण सार्वजनिक रूप से ज्ञात नहीं (अनुमान: ₹5-10 करोड़+)।