GST Hike के बाद भी Mercedes-BMW खरीदारों को बड़ा फायदा, 10 Lakh तक सस्ती लग्ज़री कारें

Mercedes-BMW buyers benefit significantly even after the GST hike

GST hike: क्या आप जानते हैं कि सरकार के टैक्स बढ़ाने के बावजूद आपकी पसंदीदा Mercedes-Benz या BMW अब पहले से सस्ती मिल सकती है? यह सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन यह सच है। बहुत से लोग यह सोच रहे हैं कि जब लग्ज़री आइटम्स पर GST बढ़ा है, तो इन कारों की कीमतें कम कैसे हो रही हैं। इसका राज किसी डिस्काउंट में नहीं, बल्कि इन कंपनियों की एक स्मार्ट बिजनेस रणनीति में छिपा है, जो सीधे आपकी जेब को राहत दे रही है।

1. GST बढ़ने के बाद भी लग्ज़री गाड़ियाँ सस्ती क्यों हो रही हैं?

लग्ज़री कारों पर 28% GST और 22% सेस लगता है, जो काफी ज़्यादा है। इसके बावजूद, Mercedes-Benz और BMW जैसी कंपनियों ने अपने कुछ लोकप्रिय मॉडलों की कीमतों में कटौती की है। इसका सीधा संबंध GST से नहीं, बल्कि इम्पोर्ट ड्यूटी (आयात शुल्क) से है। ये कंपनियाँ अब अपनी ज़्यादातर गाड़ियाँ पूरी तरह से बनी-बनाई विदेश से मंगाने के बजाय भारत में ही असेंबल कर रही हैं।

भारत में गाड़ियों को असेंबल करने की प्रक्रिया से कंपनियों को भारी-भरकम इम्पोर्ट ड्यूटी में छूट मिलती है। यही वजह है कि वे इस बचत का एक बड़ा हिस्सा ग्राहकों को कीमत में कमी करके दे रही हैं। इसलिए, GST की दर वही रहने पर भी, गाड़ी की कुल लागत कम हो जाती है और खरीदारों के लिए यह एक बेहतरीन अवसर बन जाता है।

2. CBU और CKD यूनिट में क्या अंतर है?

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CBU का पूरा मतलब ‘कम्प्लीटली बिल्ट यूनिट’ (Completely Built Unit) होता है। इसका अर्थ है कि गाड़ी पूरी तरह से विदेश में बनकर तैयार होती है और उसे सीधे भारत में इम्पोर्ट किया जाता है। ऐसी गाड़ियों पर सरकार लगभग 100% तक इम्पोर्ट ड्यूटी लगाती है, जिससे उनकी कीमत दोगुनी तक हो जाती है। यह टैक्स गाड़ी को बहुत ज़्यादा महंगा बना देता है।

वहीं, CKD का मतलब ‘कम्प्लीटली नॉक्ड डाउन’ (Completely Knocked Down) है। इसमें गाड़ी के सभी पार्ट्स को अलग-अलग हिस्सों में विदेश से मंगाया जाता है और फिर उन्हें भारत में स्थित प्लांट में असेंबल करके एक पूरी कार बनाई जाती है। CKD किट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी बहुत कम, लगभग 15% से 30% के बीच होती है। इसी टैक्स के अंतर से कीमत में लाखों का फर्क आ जाता है।

3. किन मॉडलों पर कीमत का सबसे ज़्यादा असर हुआ है?

कीमतों में यह कमी उन मॉडलों पर सबसे ज़्यादा दिख रही है जिन्हें अब भारत में असेंबल किया जा रहा है। एक सटीक उदाहरण देखें तो, Mercedes-Benz ने जब अपनी Maybach S 580 को भारत में असेंबल करना शुरू किया, तो इसकी कीमत CBU मॉडल के मुकाबले लगभग 10-12 लाख रुपये तक कम हो गई। इसी तरह, GLS, S-Class और GLE जैसे मॉडलों की कीमतों में भी भारी कमी आई है।

BMW भी अपनी कई गाड़ियों को चेन्नई स्थित प्लांट में असेंबल करती है। BMW 3 Series, 5 Series, 7 Series, और X1, X3, X5 जैसी SUV गाड़ियाँ भारत में ही बनती हैं। स्थानीय असेंबली के कारण ये मॉडल ग्राहकों के लिए ज़्यादा किफायती हो गए हैं। कार खरीदने से पहले यह ज़रूर पता करें कि आपका चुना हुआ मॉडल CBU है या CKD।

4. भारत में कार असेंबल करने के क्या फायदे हैं?

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कंपनियों के लिए भारत में कार असेंबल करने का सबसे बड़ा फायदा टैक्स में बचत है। इससे वे अपनी कारों की कीमत कम रखकर ज़्यादा ग्राहकों तक पहुँच सकती हैं। इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर असेंबली करने से सप्लाई चेन बेहतर होती है और ग्राहकों को गाड़ी के लिए लंबा इंतज़ार नहीं करना पड़ता। यह सरकार की मेक इन इंडिया पहल को भी बढ़ावा देता है।

भारत के लिए भी इसके कई लाभ हैं। जब विदेशी कंपनियाँ यहाँ प्लांट लगाती हैं, तो स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होते हैं। इससे देश में ऑटोमोबाइल सेक्टर का विकास होता है और नई टेक्नोलॉजी आती है। यह एक ऐसी स्थिति है जहाँ कंपनी, ग्राहक और देश, तीनों को लाभ होता है और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।

5. लग्ज़री कार खरीदने से पहले क्या जानना ज़रूरी है?

अगर आप एक लग्ज़री कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो सबसे पहले यह पता करें कि वह मॉडल CBU है या CKD। एक ही कार के CBU और CKD वेरिएंट की कीमत में लाखों का अंतर हो सकता है। आप यह जानकारी कंपनी के आधिकारिक डीलरशिप से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इससे आपको सही कीमत पर सही गाड़ी चुनने में मदद मिलेगी।

इसके अलावा, सिर्फ गाड़ी की शुरुआती कीमत पर ध्यान न दें। लग्ज़री कारों की सर्विस, मेंटेनेंस और इंश्योरेंस का खर्च भी सामान्य कारों से बहुत ज़्यादा होता है। खरीदने से पहले इन सभी खर्चों का एक अनुमान लगा लें। आप किसी भी ब्रांड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सर्विस कॉस्ट का अंदाज़ा ले सकते हैं, जैसे कि BMW India के सर्विस पैकेज की जानकारी।

Disclaimer:

इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्यों के लिए है। कारों की कीमतें, टैक्स और ऑफर्स शहर, डीलर और मॉडल के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। किसी भी लग्ज़री वाहन को खरीदने से पहले, हम आपको सलाह देते हैं कि आप अपने नज़दीकी अधिकृत डीलरशिप से संपर्क करके सटीक और नवीनतम जानकारी प्राप्त करें। यह लेख किसी भी तरह की वित्तीय सलाह नहीं देता है।

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