Dhanteras 2025 Date: इस दिन की खरीददारी मानी जाती है सबसे शुभ और मंगलकारी

Dhanteras 2025 Date

Dhanteras 2025 हिंदू धर्म में सबसे शुभ और मंगलकारी दिन माना जाता है। यह दिवाली पर्व का पहला दिन होता है जब खरीददारी का विशेष महत्व है। इस दिन सोना, चांदी, बर्तन और नई चीजें खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। धनतेरस पर की गई खरीदारी से घर में धन और समृद्धि आती है। धन के देवता कुबेर और देवी लक्ष्मी की पूजा इस दिन विशेष रूप से की जाती है।

धनतेरस पर सोना या चांदी खरीदना क्यों शुभ होता है?

धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने की परंपरा सदियों पुरानी है। माना जाता है कि इस दिन कीमती धातु खरीदने से घर में बरकत आती है और धन की कमी नहीं होती। सोना देवी लक्ष्मी का प्रतीक है और चांदी चंद्रमा का। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनतेरस पर खरीदा गया सोना-चांदी हमेशा बढ़ता रहता है। यह दिन धन संचय और निवेश के लिए सर्वोत्तम माना गया है।

पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि इस दिन समुद्र मंथन से देवी लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। साथ ही धन्वंतरि भी अमृत कलश लेकर आए थे। इसलिए यह दिन धन-धान्य और स्वास्थ्य दोनों के लिए शुभ है। व्यापारी और दुकानदार इस दिन नई बही-खाते शुरू करते हैं। बड़ी खरीदारी करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

Dhanteras 2025 कब है और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

Dhanteras 2025 कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को मनाया जाएगा। यह त्योहार 20 अक्टूबर 2025 को पड़ने की संभावना है। हालांकि पंचांग के अनुसार सही तिथि की घोषणा होनी बाकी है। शुभ मुहूर्त शाम के समय होता है जब प्रदोष काल में पूजा करना सबसे उत्तम माना जाता है। आमतौर पर शाम 6 बजे से रात 8 बजे का समय शुभ होता है।

पूजा के लिए त्रयोदशी तिथि और प्रदोष काल का संयोग सबसे महत्वपूर्ण है। दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस आता है। विद्वानों की सलाह से शुभ मुहूर्त में ही खरीददारी और पूजा करनी चाहिए। अशुभ काल और राहु काल से बचना जरूरी है। Drik Panchang जैसी वेबसाइट्स पर सटीक मुहूर्त देख सकते हैं।

Dhanteras पर क्या खरीदना सबसे शुभ माना जाता है?

धनतेरस पर सोना और चांदी खरीदना सर्वाधिक शुभ माना जाता है। गहने, सिक्के या बर्तन के रूप में कीमती धातु लेना चाहिए। पीतल, तांबे या स्टील के नए बर्तन भी खरीदे जा सकते हैं। लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, धन के यंत्र और झाड़ू भी शुभ माने जाते हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स, वाहन और प्रॉपर्टी भी इस दिन खरीदी जाती है।

व्यवसायियों के लिए नई मशीनरी और उपकरण लेना लाभदायक होता है। घर के लिए धन का पौधा, तुलसी का पौधा खरीदना शुभ है। काले रंग की वस्तुएं और लोहे की चीजें इस दिन नहीं खरीदनी चाहिए। नमक, तेल और खाली बर्तन भी वर्जित हैं। Times of India Astrology पर विस्तृत जानकारी मिल सकती है।

Dhanteras 2025 की पूजा कैसे करें?

धनतेरस की पूजा शाम के समय घर को साफ-सुथरा करके शुरू करें। मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और आम के पत्तों का तोरण लगाएं। पूजा स्थान पर लाल या पीले कपड़े बिछाकर लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति स्थापित करें। कुबेर देवता की भी पूजा अवश्य करें। दीपक जलाकर घर के हर कोने को रोशन करें। तेरह दिए जलाना शुभ माना जाता है।

पूजा में फूल, अगरबत्ती, नैवेद्य और मिठाई चढ़ाएं। लक्ष्मी चालीसा या मंत्रों का जाप करें। परिवार के सभी सदस्य मिलकर आरती करें। रात में यम दीपदान जरूर करें जो दक्षिण दिशा में रखा जाता है। नए खरीदे गए सोने-चांदी को भी पूजा में शामिल करें। पूजा के बाद परिवार और पड़ोसियों में मिठाई बांटें।

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डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सूचनात्मक और सांस्कृतिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। Dhanteras 2025 की सटीक तिथि और शुभ मुहूर्त के लिए कृपया विश्वसनीय पंचांग या ज्योतिषी से परामर्श करें। तिथियां चंद्र पंचांग और स्थानीय समय के अनुसार बदल सकती हैं। खरीददारी का निर्णय व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखकर लें। हम किसी भी तिथि या मुहूर्त में बदलाव के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। धार्मिक मान्यताएं व्यक्तिगत आस्था पर आधारित हैं।